सी सेक्शन के बाद योग कब शुरू करें | When to start Yoga after C-Section

आज का विषय  – सी सेक्शन के बाद योग कब शुरू करें | When to start Yoga after C-Section

C Section के बाद खासतौर पर महिलाओं को डाॅक्टर द्वारा निम्न सलाह दी जाती है आराम करो, ड्राईव मत करों, अपने से भारी कोई भी सामान नहीं उठाएं, वगैरहा-वगैरहा। आमतौर पर सर्जरी होने के बाद 6 से 8 सप्ताह तक आपको जटिलताओं का सामाना करना पड़ता है।

तो आपके मन में एक ही सवाल आता है क्या मेरी बाॅडी वापिस पहले जैसे हो पायेगी, क्या अब मैं मोटी हो जाउंगी।
तो आइये जानते ही इन्ही सवालों के जवाब आज की इस पोस्ट में –

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में कई शारीरिक परिवर्तन होते है अक्सर महिलाओं के प्रसव के बाद अपने शरीर को वापिस सही रुप में लाने के लिए बहुत अधिक समय लगता है।

प्रसव के कुछ दिनों बाद ही महिलाएं योग वगैरहा कर सकती है अगर उनका सामान्य प्रसव हुआ है तो अगर महिलओं के सी सेक्सन हुआ है तो जब तक घाव ठीक नहीं हो जाते तब तक डाॅक्टर द्वारा उन्हें योग और अन्य कार्य करने की सलाह नहीं दी जाती।

 

पोईन्ट नम्बर 1

आपने अपने बच्चे को जन्म दिया है और डाॅक्टर ने कुछ समय बाद आपको घर जाने की सलाह दी है अब आपको प्रतिदिन क्या अभ्यास करना है चलिए धीरे-धीरे जानते है।

आप आराम कर रहे है और आप जानते है कि आप उठ सकते है तो अपने घर में या घर के बाहर जहां गार्डन हो घूमने का हल्का प्रयास करें ।
आप प्राणायाम योग द्वारा शुरुआत कर सकते है और इस योग को दो-तीन हफ्तों तक करें आपको काफी अच्छा महसूस होगा।

 

पोईन्ट नम्बर 2

आपके मन में ख्याल आते होंगे मै सीढ़ीयों से ऊपर-नीचे चढूं या फिर कही बाहर घूम कर आउ तब मै आपको बताना चाहता हूं कि ये सब आप जब ही करें जब आपका डाॅक्टर आपको सलाह दे।

इसलिए आप निरन्तर धीरे-धीरे प्राणायाम करने का प्रयास करते रहें जब तक कि आपको अच्छा और अन्दरुनी ताकत का आभास ना हो जाये।
कुछ हफ्तों बाद आप हल्की चीजें उठाना मेरा मतलब यह है कि आपको खुद महसूस होना चाहिए कि मेरा शरीर यह कर सकता है तभी करें अन्यथा ना करें।

क्यांेकि आपको अपने शरीर के अन्दर और बाहर की ताकत का पता होना चाहिए कि मेरा शरीर यह कार्य करने में सक्षम है जबरदस्ती उसके उपरान्त कार्य करने की कोसीस ना करें।

सभी का शरीर अलग-अलग होता है और सभी के शरीर में परिवर्तन भी अलग-अलग होते है इसलिए किसिको समय ज्यादा लगता है और किसी को कम तो आप निरन्तर प्राणायाम करते रहे जिससे आपको एक अलग शक्ति का आभास होगा।
और अगर आपको सांस लेने में या किसी भी प्रकार की कोई समस्या है तो डाॅक्टर से सलाह जरुर लेवें।

कुछ महत्त्वपूर्ण आसान

  1. भुजंगासन – पेट की मांसपेसियों को मजबूती देने के लिए, इस आसन से पेट की चर्बी भी कम होती है।
  2. अग्निसार – पेट के लिए ।
  3. कंधरासन – पेल्विक हिस्से के लिए।
  4. ऊध्र्व प्रसारिता पादासन – पेट की मांसपेसियों को टोन एवं पोस्चर में सुधार के लिए व कमर के नीचले भाग को मजबूती देने के लिए
  5. अधो मुख श्वासन – रीढ़ की हड्डी व कमर में खींचाव लाने के लिए, जांघो और पिंडलियों की बाहरी मांसपेसियों को मजबूती और स्ट्रेच करने के लिए।

इन सभी आसनों को आप तब ही करें जब आपका इनको करने में सक्षम हो आपको खुद महसूस होना चाहिए कि अब में आसन करने योग्य गयी हूं और अपने डाॅक्टर से पहले सलाह लेने के बाद ही इन आसनों का प्रयोग करें।

आशा करता हू आपको हमारी ये पोस्ट अच्छी लगी। अपनी प्रतिक्रिया कंमेट बोक्स में कमेंट करके जरुर बताये और अगली पोस्ट आप किस टाॅपिक पर चाहते है वो भी बताये ताकी आपको नई-नई योग, मेडिटेशन आदि के बारें में जानकारी दे सकें।

पोस्ट को ध्यानपूर्वक पढने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *